मुझको बरसाद बना लो......
मुझको बरसाद बना लो...... ??
मुझको अपने दिल मे समा लो.....
मुझको अपना गुरुर बना लो......
मुझको जीने की वजह बना लो......
मे बारीश हु मेरे मे भीग जावो......
मुझको बरसाद बना लो...... ❤
मुझको अपनी जिंदगी बना लो.....
मुजको जसबात बना लो.....
मुझको अेकरार बना लो...
गहरा सा राज बना लो जान
नसा हु मे दिल मे बहकनेदो.....
मेरे कातील मुझे जीने भी दो ना जान..... ?
मुझे अपने खयालो मे थोडी जगह देदो...
मुजे जीने की कोइ तो वजा दे दो.
मुजे नींद न आने की कोइ वजह दे दो...
मुझे को बरसाद बना लो जान.....❤
मुझको अपनी जिंदगी बना लो
मुझको अपने दिल मे छुपा लो
मुझे अपने दिल के कोने मे छुपा लो.....
मेरे पागल मुझे जीने भी दो ना जान.......
मुझको बरसाद बना लो जान....... ❤
तेरे साथ मेरी उम्र गुज़र जाए....
हस दोना जरा खुल के काहे की नाराजगी हे
सुरज हु मे आने दो मेरे खनजर
मुजे जीने भी दो ना जान
मुझको बरसाद बना लो जान....... ❤
wrtiten by :shaimee Prajapati
2.
आज रोने दो मुझे जी भरके ?
आज रोने दो मुझे जी भरके,
मेरे को छड गया तु दगा करके
मेरे मुझे दगा करके.....
तु मेरे दिल से दगा करके
मेरे दिल को गम देके ...
तु गया मुजे बदनाम कर के,
मुझे तनहाई का जहर दे के .....
आज रोने दो मुझे जी भरके........ ?
मेरे दील मे अंदर उतरके
मेरे दिल के घाव भर दो,
नजरो को वफा करदो
अे नजरे तेरी आदत हे मेरी
केसे बतावु तुजको जानीयां......
आज रोने दो मुझे जी भरके......... ?
मैरे दील के जखमो को भर दो
अपने दील मे थोडी जगह देके......
मे तेरी चाहत मे जींदा हु,
पर तु न मुझे हासील हो
अे चहेरा तेरा आदत हे मेरी,
केसे बतावु तुमको जनाब...
आज रोने दो मुझे जी भरके....... ?
मेरी सांसे ने किया अेसी हिंमत के
ए दिल तेरे लिए मुस्कुराते जहर पी गया
मेरी आँखों पर दया करो,
मे जींदा हु तेरे बीन केसे मे जी शकी...
मेरी आंहो मे खुद को समा दे ,
मेरे अशको मे तुम्हारा नशा ,
भर दो मुझे खुद से छीन लो
आज रोने दो मुझे जी भरके..... ?
तेरे ददँ से हमारा गहरा सा तालुक है,
तेरी याद मे दिल रोया पर होठ मुस्कुरा बेठे....
मेरे अशको को और न सताओ,
मुझ को ओर न सतावो ,
मे जींदा केसे हु दिल जाने वो कैसे?
मेरे दिल को गम से के तर कर दो,
मेरी सांसो को अपना नाम देकै तु गया केसे
बाते हे तेरी चाहत हे मेरी केसे बताए तुमको सनम......
आज रोने दो मुझे जी भरके .....?
मुझे खुद से जुदा कर दो,
मेरे गम का इलाज कर दो
मेरे दिल को वजह देदो.
चहेरा है तेरा आदत हे तु
मेरी केसै बताए तुमको सनम
तु न मुझ को हासील है
आज रोने दो मुझे जी भरके.....
तु गया मुजे बदनाम कर के
मुुझे खुद से जुदा करके ,
तेरी याद मे मेरे होंठ मुस्कुरा बेठे
मेरे दिल को अपनी आदत देके
मैरे दिल के जखम भरदो
मेरे नजर को की खुद परछाई बनके
मेरे दिल को अपनी आदत देके
गमका तोफा दे गया....
बाते हे तेरी चाहत हे
मेरी केसे बताए तुमको ओ जानीयां
आज रोने दो मुझे जी भरके......
writen by shaimee Prajapati
3.
सांसो को.....
सांसो को जीनेका इशारा मिल गया.. हम तेरे अंदर डुबे तो दिल कही खो बेठा, तुम मिल गए तो हमको जीने की वजह मिल गई..दिल ना हलचल सी मच गइ......
मुझे अेसे मत सतावो, आराम देदो मुझे मे बरसो की मे थकी मे तेरे खयालात के समुन्दर मे... हमारी निंदे उडादी पलको भी बंद न हुए तेरे वास्ते मेरी निंद चोरी सी हो गई..... मुझे कुछ न सुजता तेरे अलावा ?तु मिला तो हमको न जाने खुदा मिल गया.मेरे गुमसुम दिल को कोइ वजह तो मिल गई.... मेरे हर ददँ का इलाज सिफँ तुम हो. वो मुझे धीरे धीरे मालुम होने लगा.....
मेरे जेसी गरीब को अब और अंदर न उतारो की वो खुद को भी भूल बेठे ,मे तुझे अेक बात बोल दु अब राज बन जा जरा
मुझे करना है तुजसे एजहार जरा.जुदा जैसे हुइ तब से मर मर के मेने जीया..... मेरे ददँ का इलाज सिफँ तुम हो वो मुझे धीरे धीरे मालुम होने लगा......
तेरा नुर अेसा की तुजे बनाने वाला खुदा भी शँमा जाये तो हमारे जेसे मामुली लोग तो कया है जानेमन.. मेरे हर ददँ का इलाज सिफँ तुम हो वो मुझे धीरे धीरे मालुम होने लगा ......
तुझे देखते देखते हम कही खो गए हम तो लापता हो गए तुमे देखते ही,तेरी गली ओमे ऐसे भटक गए हम खुद को भी मिल न पाये.... मेरे हर ददँ का इलाज सिफँ तुम हो वो मुझे धीरे धीरे मालुम होने लगा......
मेरी सिफ अैक गुजारीस हे की हमको और न भटकावो हमको इस भीडमे अकेला न छोडो ए मतलबी लोग के पास मेरे हर ददँ का इलाज सिफँ तुम हो वो मुझे धीरे धीरे मालुम होने लगा......
writen by..... shaimee Prajapati ...
4.
तुटा दिल ?
एक वादे पे हमारी दुनिया उजड गई
हम अब 'तुटा दिल' बन के रह गए.....
तेरी मासुम स्मित ने हमको इस तरह भटकाया
की हम खुद को भी भूल बेठे हम' तुटा दिल 'बनके रह गए...
तेरी तीर छी नजरों ने हम को पैगाम दिया
तुने पहेले हमको ही निशाना बनाया दिया और हम 'तुटा दिल' बनके रह गए....
हमको वफा के बदले में धोखा मिला...
तुमे खुद भी ज्यादा माना हम 'तुटा दिल 'बनके रह गए...
हम से कयां खता हो गई जीसकी तुमने ए तोफा दिया
तुम्हारी बदलती अदा ओने हम 'तुटा दिल '?बनके रह गए....
हमको दुनिया मे तनहाई का जाम पिला कर गए...
तुमको हमने खुदा माना और हमको 'तुटा दिल' बना कर रख दिया...
खुदा तुमको ए दिन न दिखाए,वरना तुमे भी न गुजर ना पडे ए दुवा है हमारी,पर तुमने हमको इंसान और खुदा में फकँ ,बताके हमको 'तुटा दिल 'बना कर रख दिया.....
मेरी आँखों पर दया करो, तुम्हारी याद मे रोती रही....
बेवफा का डर देके तुमने हमको तुटा दिल बनाकर रख दिया....
तुम बोलते रहे हम सुनते रहे,हमने तुमको चाहत का अच्छा सिला दिया हमारे भरोसे को तुटा दिल बना कर रख दिया.....
तेरी सुरत मे हम अेसे उतरे पर मासुम सकल भी अेसी कातील होती है हमको पता चला तब तक हम तुटा दिल बन कर रह गये..
तेरी बातो मे हम अेसे अंघे हो गये, हमको और मत अंघे मत करो, हम दुनिया के सामने तुमने तुटा दिल बना कर रख दिया.......
writen by :Shaimee Prajapati........
5.
प्यार न होगा कम......
हमारी शायरी, इशारे तुम्हारे....?
तुमहारे बीना अब तो ना जीना नामुमकिन.....
तुमे युही चाहेगे जब तक चल रही हे सासे......
तुमे खुद से भी ज्यादा प्यार करते है ओ हमसफ़र....... जीतनी कसम चाहो वो लेलो रब की कसम ए प्यार न होगा कम......
आसमामे जीतने तारे हे हमको भी तुमसे हे प्यार ईतना.अब न होगा पागलपन न होगा कम, तुमे खुद से भी ज्यादा प्यार करते है ओ हमसफ़र....... जीतनी कसम चाहो वो लेलो रब की कसम ए प्यार न होगा कम........
हमारी कविता है चहेरा तुम्हारा आसान न नहीं है कि तुमे भुलाना तुम खुद से भी ज्यादा प्यार करते है ओ हमसफ़र, जीतना हमको इगनाेर करोगे हम इतना ज्यादा प्यार करेंगे हम कसम चाहो लेलो रब की कसम ए प्यार न होगा कम.......
नदीयां की पवित्रता है जितनी हमको भी तुमसे मुहब्बत ?है इतनी ,कीये बेकरारी न होगी कम तुमे खुद से भी ज्यादा प्यार करते है ओ हमसफ़र जीतनी कसम चाहो वो लेलो रब की कसम ए प्यार न होगा कम........
.............shaimee Prajapati
6.
तेरे दो शब्द
तेरे दो शब्द हम शायर से उधार लिए तेरे लिए
तेरे दो शब्द ने जीने की वजह बनता देदी
तेरे दो शब्द ने अपनी राह और मंजिल बदलदी...
तेरे दो शब्द दिल मे चुब गये हैं जीने की वजह बन गये
तेरे दो शब्द दिल मे बस गये हमको मंजील की राह पर चलता शिखा गये..
तेरे दो शब्द जीसकी वजह से हम अपनी जिंदगी लुटा बेठे.....
तेरे दो शब्द हमारा होसला बढा बेठे...
तेरे दो शब्द ने तेरी बातो मे अेसा उलजाया हम खुद लूट गये तेरी चाहत मे...
तेरे दो शब्द हम को तेरी याद दिल मे छपवा गए....
तेरे दो शब्द रब को सिकायत करने पर मजबूर कर दिया.....
तेरे दो शब्द प्यार का इजहार गये.....
तेरे दो शब्द ने हमको साथ देने के ख्वाब देके हमको भीड़ में अकेला छोड गये ....
तेरे दो शब्द हमको मायूस कर गये....
तेरे दो शब्दो ने हमको पागल कर दिया....
तेरे दो शब्द ने हमको दुनिया की पहचान दे गये
तेरे दो शब्द ने हमको जीवन का मरन का भेद दे गये...
तेरे दो शब्द हम प्यार से कबर तक म सफर करा गये.......
writen by. शैमी प्रजापति