Thahra hua rista in Hindi Short Stories by Sanjay Nayka books and stories PDF | ठहरा हुआ रिस्ता

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ठहरा हुआ रिस्ता

ठहरा हुआ रिस्ता

रोहन हस्पताल मे पेसन्ट की लिस्ट देखकर उसके पापा के पास पहोचा | पापा ने रोहन को देखकर सुकन की सांस ली |

पापा : रोहन ! तुम तो सुबह आने वाले थे ना ? अब आए हो रात को ?

रोहन : पापा मेरी ट्रेन मीस्ड हो गई थी |

पापा : तो फ्लाईट पकड लेते !

रोहन : अब पापा ओपशन देना बंध करो बस ..

पापा : जरा सी बात ज्यादा कर दी तो बस लेकचर लगता है क्यु ?

रोहन : आप भी ना ..

पापा : हा ठिक है जाओ मम्मी को देख आओ ..

रोहन बिना कुछ कहे मम्मी के बेड की तरफ बढता है | पापा उसे देख रहे है |

रोहन बेड के पास खडे हो कर मम्मी के चहरे को पल भर के देखा और सामने मोनीटर स्क्रिन के पर नजर करने लगा जिसमे मम्मी की हार्ट बीट, प्रेशर, सुगर देख रहा है और बेड पर रखी रिपोर्ट के पन्ने पलटने लगा |

नर्स : चलीये आप बहार जाएये कुछ जरुरत पडेगी तो बोला दिया जायेगा |

रोहन पापा के पास जाता है |

पापा : देखी रिपोर्ट ?

रोहन बस हलके से गरदन हिला कर हा बोला |

पापा : कोई खतरा तो नहि है ?

रोहन बस गरदन हिलाकर ना बोला |

पापा : तुम भी तो डोकटरी की पढाई कर रहे हो इसलिए पुछ रहा हुं कोई खतरा तो नहि है ?

रोहन फ़िर से गरदन हिलाकर ना बोला |

पापा : रोहन ! आखिर तुम्हे प्रोब्लेम क्या है ? आखिर वो तुम्हारी माँ है |

रोहन : पापा माँ …नहि सोतेली माँ है ....

पापा : रोहन तुम अभी वही बात पे अटके हो ! हा वो तुम्हारी सोतेली माँ है पर तुमको सगी माँ से ज्यादा दुलार करके पाला है ! मै कहा ? दुसरी शादी करना चाहता था पर उस वक्त हालत हि कुछ ऐसे थे उस वक्त तु नन्हा था तब तेरी माँ गुजर गई थी तुम्हे माँ की जरुरत थी |

रोहन : मुजे माँ की या फिर .... आप को बीवी की ? मुजे माँ की जरुरत थी तो विकी कहा से आया ? आपका छोटा लडका और मेरा सोतेला भाई ! मुजे पालने के आया रख लेते तो भी चलता….

पापा : विकी तुम्हे बडा भाई मानता है सोतेला व्यवहार तुम उसके साथ करते हो

रोहन : मे सोतेला व्यवहार करता हुं ? सोतेला व्यवहार तो आपकी दुसरी बीबी ने किया है मेरे साथ | मुजे तो आपके साथ रहना था मगर आपने मुजे भेज दिया घर से दुर पढाई के लिए ..ये नही ये सोतेला व्यवहार ?

पापा : रोहन तुम मुजे गलत समज रहे हो | तुम्हारे भविष्य के लिए पढाई के लिए दुर भेजा |

दोनो जब बाते कर रहे होते है तब उसकी मम्मी दोनो को देख रही होती है |

पापा का फोन बजता है पापा फोन पर बात करते है |

पापा : रोहन मुजे बिजनेस के सिलसिले मे जाना पडेगा | बेटा तुम्हे आज हस्पताल में रुकना पडेगा |

रोहन : नहि मे यहा नहि रुक सकता |

पापा : कुछ हि घंटो का सवाल है मै तुंरत आ जाउगा वैसे भी तुम्हारी मम्मी आराम हि करेगी और नर्स भी तो है |

रोहन : फिर भी पापा

पापा : Rohan please try to understand, I have to go मे वापस आ जाउगा तब तुम चले जाना बस | अच्छा हुआ विकी को तुम्हारी बुआ ले गई नहीं तो कैसे हेन्डल करता उसको ? चलो में जाता हुं |

पापा वहा से चले जाते है | रोहन पापा के जाते हि हेड फोन कान में रखके गाने सुनने लगता है |

नर्स आवाज लगाती है

नर्स : मिसीस अग्रवाल के रिलेटीव ?

सब वहा बैठे लोगो आजु बाजु देखने लगते है रोहन के बाजु मे बेठे एक आदमी रोहन को बुलाता है | रोहन हेड फोन निकालता है |

आदमी : मिसीस अग्रवाल के रीलेटीव ?

रोहन बस गरदन हिला देता है |

वो आदमी नर्स की तरफ इशारा करता है रोहन नर्स के पास जाता है |

नर्स : मिसीस अग्रवाल के रीलेटीव ?

रोहन : जी

नर्स : ये मेडीसीन लानी है (कागज की पर्ची देती है )

रोहन पर्ची के उपर लिखी दवाई का नाम देखता हुआ मेडीकल शोप पर जाता है | मेडीकल वाला पर्ची लेकर दवाई लेने लगता है |

मेडीकल वाला: 230 रुपिये (दवाई के बेग मे देकर)

रोहन बेग मे से दवाई निकाल के देखता है |

रोहन : भाई साब जो दवाई लिखी है वो दीजिए ये ना ? ये तो सब जनरीक दवाईया है |

मेडीकलवाला: अरे इस मे आपको फायदा है दवाई सेम है बस कंपनी अलग है |

रोहन : पता है किसका फायदा है और ईस दवाई की तो अक्शपाईरी डेट भी निकल गई है |

मेदिकलवाला: अरे साब एक महिना इधर-उधर चलता है |

रोहन : तेरा ये इधर-उधर नहि चलेगा समजे, अक्शपाईर दवाई रखने मे एक कम्पलेन्ट करुगा ना तो तेरा लाईसन्स केन्सल हो जायेगा | आप सब चेन्ज करीये |

रोहन अपने पापा को फोन करता है |

रोहन : हेल्लो पापा कब आओगे ?

पापा : हा बस अब निकल रहा हु !

रोहन : अब निकल रहे हो …..?

पापा : रोहन वो मिटींग बहुत ज्यादा देर तक चली बस तुरंत आ जाउगा |

शाम से रात हो जाती है | रोहन बस उधर से उधर चक्कर मार कर टाईम पास कर रहा है मोबाईल मे बेटरी भी कम हो गई है |

पापा का फोन आता है |

रोहन : हा पापा कहा हो ? सुबह से रात हो गई ! आप अभी तक नहि

आये ? आप का नंबर भी आउट ओफ कवरेज है ?

पापा : हा बेटा हाईवे नंबर 8 का ब्रीज तुट गया है इसलिए में यहा फस

गया हु | यहा निकलना मुश्किल लग रहा है |

रोहन : मुश्किल लग रहा है ? अरे पापा ….

पापा : तुम फिकर मत करो मै कैसे भी कर के यहा से निकलने की

कोशीश करता हु |

रोहन : ठिक है |

पापा : तुमने खाना खाया ?

रोहन : हा केन्टीन मे खा लीया ठिक है आप जल्दी आईए |

रात के 11:30 हो गई है | रोहन आई.सी.यु के बाहर पडी चैर के उपर बैठे-बैठे सोने की कोशीश कर रहा है पर उसे चैर पर अनकम्फर्ट लगता है और उसकी निंद तुट जाती है |

12:00 बजता है रोहन अभी भी पुऱी तरह सो नहि पाया है वो खिडकी से बाहर देखता है की सारा शहेर सोया है बस वो अकेला हि उल्लु की तरह जाग रहा है |

वो देखता है की वहा तीन चैर एक साथ लगी है वो वहा चैर पर पैर फैलाता सो जाता है |

रात के 1 बजे है | रोहन सोने के लिये लेटा तो पर अभी करवते बदल रहा है मानो उसे कुछ चुभ रहा हो | वो ढलती आंखो और ठकेहारे शरीर से उठता है और अपने पैन्ट से पर्स निकाल के साईड पे रख देता है |

कुछ लम्हे ऐसे गुजर जाते है पर रोहन अभी अनकम्फर्ट महेसुस करता छटपटा रहा है फिर रोहन पेन्ट से मोबाईल और हाथ से महेगी घडी निकाल के पर्स के साथ रखकर सोहन सो जाता है |

सुबह होती है | सुरज की रोशनी उसे जगा देती है | वो उठते हि चौक जाता है क्युकि उसके उपर किसी ने चादर ओढा दी थी वो चादर को देखकर सोचने लगता है की आखिर कार ये चादर कौन उसे ओढा गया ?

रोहन ईधर उधर देखता है पर आजु बाजु कोई नहि है फिर उसका हाथ वहा जाता है जहा मोबाईल, पर्स और घडी रखी थी पर ये क्या ? वहा तो कुछ नहि है वो चैर के निचे देखता है पर वहा भी नहि चीजे मिलती नहि |

एक दो बार अपनी जेब मे बेवजह टटोलता है |

रोहन : अरे कहा गई मेरी चीजे ? मोबाईल मे कितने इम्पोर्तन्ट नंबर थे

बेक अप भी नहि लीया था ! पर्स कितने जरुरी डोक्युमेन्ट थे …

रोहन को सामने सोया हुआ सीक्युरीटी गार्ड दिखता है | रोहन फटाफट वहा जाता है |

रोहन : सिक्युरीटी ? सिक्युरीटी ?

सिक्युरीटी गार्ड उठता नहि है |

रोहन: अरे उन लोगो को सोने के पैसे मिलते है की सीक्युरीटी के ?

रोहन गार्ड को हाथों से थपथपाता है |

गार्ड : सलाम साब

रोहन : सलाम को मारो गोली ! डिय्टी पे सोते हो ?

गार्ड : अरे साब जरा आंख लग गई थी जाने दो ना बाल बच्चा वाला आदमी हु |

रोहन : तेरे बाल बच्चे के चक्कर मे मेरा सामान चोरी हो गया उसका क्या ?

गार्ड : सामान ? कौन सा सामान ?

रोहन : मेरा मोबाईल, पर्स और घडी में अपने साथ लेकर रात को सोया था

सुबह देखा तो मेरा सामान नहि था

गार्ड : साब हम तो इस दरवाजे पे नजर रखते है सब के यहा जा जा कर थोडी देखुगा !

रोहन : ज्यादा होशीयारी मत मार ! तेरी कम्पलेन्स करुगा तब पता चलेगा

गार्ड : साब जाने दो ना ! बाल बच्चा वाला आदमी

रोहन : चुप साले .. तेरे बाल बच्चे की तो …

गार्ड : साब आपका सामान कहा है वो तो बताना मुश्किल है पर किसी ने

चुराया होगा ये पता चल सकता है |

रोहन : वो कैसे ?

गार्ड : सी.सी केमेरा से ! वो देखो कम्पुटर आपरेटर रुम ...

रोहन : ठिक है और फिर कभी बाल बच्चा का वास्ता दीया ना तो देख लेना ..

रोहन कोम्पुटर रुम मे जाता है और सब बातें बताता है | ओपरेटर कल रात की सी.सी टी.वी की फुटेज दिखाता है |

रोहन गहरी निंद मे सोया है | सिक्युरीटी गार्ड भी सोया है | सिक्युरीटी गार्ड जहा सोया है वहा के दरवाजे कोई औरत घीरे घीरे आ रही होती है

पर चहेरा ढुढला है साफ चहेरा दिखाय नहि देता है |

रोहन : प्लिस इमेज को झुम करिये ..

वो औरत रोहन के सामने खडी रहती है रोहन पहेचान जाता है की वो औरत उसकी सौतेली माँ है |

उसकी माँ रोहन के माथे पर हाथ फिराती है खुद ने ओढी चादर रोहन को ओढा देती है |

रोहन की आंखे नम होती है |

वो चादर ओढाके जाती है तब उसका हाथ वहा पडे रोहन के पर्स पर जाता है और पर्स गीर जाता है |

वो पर्स को ले लेती है और वही रखने हाथ बढाती है वहा माँ को मोबाईल और घडी दिखाती है माँ कुछ सोचती है और पर्स, मोबाईल और घडी लेकर चली जाती है |

ओपरेटर: अरे देखो पेसेन्ट अरे ये पसेन्ट है या चोर ?

रोहन की आंखो से आंसु निकलने लगते है |

रोहन : ये चोर नहि ! माँ है….. मेरी माँ …..

रोहन वहा से आई.सी.यु रुम की तरफ जाता है | सिक्युरीटी गार्ड उसे रोकता है |

गार्ड : आप अभी अंदर नहि जा सकते | मिलने टाईम पर हि पसेन्ट को मिल सकते है |

रोहन : तुम्हे बाल बच्चे की फिकर नहि ?

गार्ड : नहि

रोहन : क्यु ?

गार्ड : होगे तो फिकर होगी ना ? वो तो मैने बचने के यु हि बोल दिया था ! जाओ आप जा सकते है पर जल्दी आ जाना |

सिक्युरीटी गार्ड हसता है | रोहन रुम मे जाता है |

रोहन मम्मी को ढुढता इघर उघर नजर करता है तो वहा से उसकी मम्मी रोहन को देख रही होती है |

रोहन धीरे धीरे बढता है उसकी मम्मी की आंखे नम है |

रोहन : कैसी हो माँ ?

माँ सुनते हि उसकी माँ बिना कुछ कहे खुशी के आंसु बहाने लगती है |

रोहन : कैसी हो माँ ?

माँ बस इशारो से जवाब दिया |

तभी नर्स आती है |

नर्स : आप यहा कैसे आईये पेसन्ट का मिलने टाईम अभी नहि हुआ ..

रोहन : क्या टाईम की बात कर रही हो ? आपने मेरी मम्मी का स्पन्च किया ? टंग किल्न किया ? प्रेसर चेक किया, बि.पी लीया ?

नर्स : हम आपको नहि बता सकते |

रोहन : क्यु ? ये चार्ज हमसे वसुल करते हो और हम को हि दिखा सकते ?

रोहन साईड मे पडी रिपोर्ट उठा लेता है और पढने लगता है |

रोहन : स्पन्च किया है ? तो फेस पे धब्बे कैसे ? टंग किल्न किया तो सफेद जीभ कैसे ? मालुम है इससे कितने इन्फेकन होते है ? और अभी प्रेसर की दवाई का टाईम है लाई आप ?

नर्स गभरा जाती है |

नर्स : जी अभी तो सुगर की दवाई देनी है |

रोहन : क्या ? आपको ईतना भी नहि पता की कौन सी दवाई कब देनी है ? जरा सी फ्रि हुई की नहि मोबाईल पे ओनलाईन हो जाती है | मालुम नहि पापा भी कौन से कबाडी हस्पताल मे इलाज करने ले आये ?

मम्मी रोहन को इशारो से पापा को दिखाती है | रोहन पापा को देखता है पापा वहा आते है |

रोहन : पापा यहा मम्मी की ठिक तरह से केर नहि कर रहे है |

पापा : ठिक है अब मे आ गया हुं ना अब जम के खबर लुगां ..

रोहन : आप खबर लोगे ? आप तो ट्राफिक मे फस जाते हो ?

पापा : अगर मे फसता नहि तो तुम मम्मी से कैसे जुडते ?

रोहन मम्मी को देखकर आंखो मे पानी लेकर हसता है |

मम्मी रोहन के पर्स, मोबाईल और घडी को अपने आचल मे थामे खुशी की धारा बहाती है |

समाप्त

Short Story Writer

Sanjay Nayka

sanjay.naika@gmail.com