Ummeed Ka Sanchar in Hindi Motivational Stories by Ashish Kumar Trivedi books and stories PDF | उम्मीद का संचार

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उम्मीद का संचार

उम्मीद का संचार

आशीष कुमार त्रिवेदी

मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है

हर पहलू जिंदगी का इम्तहान होता है

डरने वालों को कुछ नही मिलता जिंदगी में

और लड़ने वालों के कदमों में जहान होता है

यह शेर ज़िंदगी की एक महत्वपूर्ण सच्चाई को बयान करता है. जीवन में कामयाब वही होते हैं जो भागने की बजाय सामना करने की हिम्मत दिखाते हैं.

जीवन जीने के इस संदेश को अपने जीवन मे उतारने वाले शख्स हैं श्री कबीर सिद्दकी. कबीर जी अपने इसी जज़्बे के साथ उन लोगों के जीवन में आशा का संचार कर रहे हैं जो शारीरिक या मानसिक चुनौती का सामना कर रहे हैं. अपने Web channel WE THE PEOPLE के द्वारा कबीर जी अक्षम लोगों के पुनर्वास का कार्य कर रहे हैं. यह Web channel अपने आप में एक अनूठा प्रयास है जो शारीरिक या मानसिक रूप से अक्षम लोगों उनके परिवार तथा उन सभी लोगों को आपस में जोड़ता है जो किसी भी प्रकार से इस संबंध में सहायता दे सकते हैं. इस परियोजना का उद्देश्य लोगों में शारीरिक व मानसिक अक्षमता के विषय में जागरूकता फैलाना है. इसके साथ ही साथ सभी के लिए सुविधाओं को सुगम बनाना तथा सूचना का प्रसार करना है. ताकि अक्षम लोगों को सही प्रकार से प्रशिक्षित किया जा सके जिससे वह आत्मनिर्भर बन कर सम्मानपूर्वक जीवन बिता सकें.

WE THE PEOPLE एक ऐसा संगठन है जिसमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के माता पिता तथा पेशेवर एवं दक्ष प्रशिक्षकों के बीच संपर्क स्थापित किया जाता है. जिससे इन व्यक्तियों की ज़रूरतों का सही आकलन कर उन्हें सही प्रशिक्षण दिया जा सके. ये लोग शारीरिक तथा मानसिक रूप से अक्षम लोगों की विशेष आवश्यक्ताओं की पूर्ति हेतु मीडिया स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर काम करते हैं. इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए Curriculum based films/ Training videos/ Public service advertisements on disability/ Rehabilitation issues and event video filming आदि की सहायता ली जाती है.

यहाँ आधुनिकतम तकनीकि द्वारा अक्षम लोगों को शिक्षित किया जाता है. इसके लिए मनोरंजक तथा सूचनापूर्ण Films तथा Documentaries की सहायता ली जाती है. इस प्रकार सूचनाओं को आसानी से उन तक पहुँचाया जाता है.

WE THE PEOPLE की योजना जल्द ही एक Live show की शुरुआत करने की है जिसमें शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम लोगों तथा उनके लिए काम करने वालों को अपने अनुभव बताने का मौका मिलेगा.

WE THE PEOPLE के Founder managing secretary श्री कबीर सिद्दकी को TV तथा Radio पत्रकारिता, Production, Programming और Direction का कई वर्षों का अनुभव है. आप दिल्ली दूरदर्शन और आल इंडिया रेडियो के साथ 1989 से 2000 तक जुड़े रहे. दिल्ली दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के लिए कई कार्यक्रम किए. 1991 से 2001 तक UNO के कई Media Projects जैसे 'Violence against women' 'Faces of future' आदि पर काम किया है. 'नवशिखर' नामक Channel जो कि अक्षम लोगों को समर्पित है की Team के मुखिया रहे. इस Channel का संचालन Rehabilitation council of India द्वारा ISRO तथा Media Lab Asia के सहयोग से किया गया.

श्री कबीर को उनकी Documentaries के लिए कई पुरस्कार तथा ढेर सारी प्रशंसा प्रप्त हुई है. हम होंगे कामयाब तथा जीना इसी का नाम है इत्यादि इनके सराहनीय काम हैं. 2009 में इनकी बधिर तथा अंधता पर बनी Documentary स्पर्श {Sparsh} को WE CARE FILM FEST के Critic सम्मान से नवाज़ा गया.

कबीर जी इस बात से वाकिफ़ थे कि समाज का एक बड़ा वर्ग शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम है तथा कई प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहा है. इनमें भी एक हिस्सा ऐसा है जिन्हें सही सुविधाएं नही मिल पाती हैं. सही शिक्षा व प्रशिक्षण नही मिल पाता है. लोग केवल इस बारे में बात करते हैं कि वह लोग क्या नहीं कर सकते हैं. लेकिन उनके भीतर क्या कर सकने की क्षमता है इस बात पर कोई ध्यान नहीं देता. अतः इस बात की आवश्यक्ता है कि इन लोगों को रोज़गार परक प्रशिक्षण दिया जाए ताकि यह लोग भी स्वावलंबी बन आत्मसम्मान के साथ सर उठा कर जी सकें.

इस बात को ध्यान रखते हुए 12 अगस्त 2016 को 'माहिर' नामक Project की शुरुआत की गई. 'माहिर' एक ऐसा प्रयास है जहाँ शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम लोगों को सही प्रशिक्षण दिया जाता है. महिर का संचालन 'We the people' संस्था द्वारा 'जनहित विकास संस्था' नामक NGO के साथ मिलकर किया जा रहा है.

'माहिर' पेशेवर समर्पित लोगों का एक दल है. इसके सभी सदस्यों को पिछड़े तथा शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के साथ काम करने का गहन अनुभव है.

'माहिर' के अंतर्गत अक्षम लोगों को रोजगार परक प्रशिक्षण देने का काम किया जाता है. उन्हें लिफाफे, कागज़ के थैले एवं सजावट का सामान, उपहार का सामान आदि बनाना सिखाया जाता है.

कुछ अन्य सहयोगी NGOs इन्हें उत्पादन करने तथा उत्पादित किए गए सामान को स्थानीय बाजार में बेंचने में सहायता करते हैं.

'माहिर' से जुड़े लोग समाज के विभिन्न वर्गों तथा पेशों से संबंध रखते हैं. यह सभी शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के उत्थान के प्रति समर्पित हैं. 'माहिर' का उद्देश्य विकलांगता से जुड़े मुद्दों के प्रति ध्यान आकर्षित करना है. विकलांग लोगों को सही सूचनाएं देकर जागरूक बनाना है.

'माहिर' को HCRA, Koshish special school, Devodhyog, Skillskool जैसी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त है.

'माहिर' की योजना एक Online portal बनाने की है जिसके जरिए उत्पादों को बेंचा जा सके. इसके अतिरिक्त जगह जगह Out lets खोलने की भी है.

'माहिर' एक ऐसा कदम है जो आशक्त जनों के जीवन में आशा का संचार कर रहा है.

कबीर जी का जन्म सहारनपुर उत्तर प्रदेश में हुआ. आपने दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है. आपके पिता स्व. श्री इफ्तेकार अहमद एक जाने माने उर्दू पत्रकार थे. समाज सेविका स्व. श्रीमती मर्तजई सिद्दकी आपकी माता थीं. अपने माता पिता का कबीर जी के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा. उनकी प्रेरणा से ही आप सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं. कबीर जी समाज के सामने एक उत्तम उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं. आप शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम लोगों के जीवन में आशा के संचार का महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं. उन्हें आत्मसम्मानपूर्ण जीवन प्रदान करने के अपने लक्ष्य में आप अथक रूप से प्रयासरत हैं. फिल्म मेकिंग के साथ ही आप राजनीतिक मुद्दों में भी दिलचस्पी रखते हैं. जल्द ही वह पुनर्रवास नाम से एक परियोजना आरंभ करने वाले हैं.