हम तुम और शेर शायरी - भाग - 3 VANDE MATARAM द्वारा Poems में हिंदी पीडीएफ

Hum tum aur sher shayari by VANDE MATARAM in Hindi Novels
जब भी कोई नई सोच आई तब
लीख दिया
अच्छा लगा मन की बात कह कर