श्रीकांत - भाग 17 Sarat Chandra Chattopadhyay द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Shrikant by Sarat Chandra Chattopadhyay in Hindi Novels
मेरी सारी जिन्दगी घूमने में ही बीती है। इस घुमक्कड़ जीवन के तीसरे पहर में खड़े होकर, उसके एक अध्याापक को सुनाते हुए, आज मुझे न जाने कितनी बातें याद आ रह...