आखेट महल - 4 Prabodh Kumar Govil द्वारा Classic Stories में हिंदी पीडीएफ

Aakhet Mahal by Prabodh Kumar Govil in Hindi Novels
एकआखेट महल के परकोटे के सामने आज सुबह से ही चहल-पहल थी। बड़ी मोटर अभी-अभी आकर लौट चुकी थी। ट्रकों में भरकर ढेर सारे कामगार लाये गये थे। परकोटे के किना...