Description
जिसे सुन विधि,,,,,जबरदस्ती मुस्कुराते हुए ,,,,,अपने दिमाग के घोड़े चलाने लगती है,,,,,और फिर कुछ सोच ,,,,,में कहने वाली थी,,,,,कि मुझे तुमसे किसी किसी किसी टॉपिक पर बात करना है,,, हां किसी टॉपिक पर बात करेंगेजिसे सुन विवेक अपनी तिरछी नजरों से ,,,,विधि को घूरते हुए,,,,,फिर यह तुम दांत क्यों दिखा रही हो ,,,,,मुझे ऐसा क्यों लगा ,,,,तुम्हारा दिमाग में कुछ और चल रहा है,,,जिसे सुन विधि,,,,फिर से मुस्कुराते हुए,,,,अरे विवेक तुम तो कुछ ज्यादा ही सोचते हो ,,,,मैं बस चलती हूं ,,,,तुम अच्छे से रेडी हो जाओ यहां के हैं विधि उल्टे पैर वहां से भाग जाते हैं,,,🩵🩵🩵Aab aageऔर बाहर