जेहादन - भाग 2 Pradeep Shrivastava द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Jehadan by Pradeep Shrivastava in Hindi Novels
वह चार साल बाद अपने घर पहुँची लेकिन गेट पर लगी कॉल-बेल का स्विच दबाने का साहस नहीं कर पाई। क़रीब दस मिनट तक खड़ी रही। उसके हाथ कई बार स्विच तक जा-जा कर...