मेरे हमदम मेरे दोस्त - भाग 3 Kripa Dhaani द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Mere Humdum Mere Dost by Kripa Dhaani in Hindi Novels
नीरा बरामदे में आराम कुर्सी पर बैठी बारिश की झिलमिलाती बूंदों को टकटकी लगाये देख रही थी। हाथ में चाय का प्याला था, जिसकी गर्म चुस्कियाँ उस भीगे हुए दि...