एक अदद औरत - 5 Kishanlal Sharma द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Ek add Aurat by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
बन्द कमरे में कमला खाट पर लेटी थी।वह लेटी लेटी ही बुदबुदाई
दुख
किस बात का
कुछ देर बाद फिर बुदबुदाई
पश्चाताप
किस बात का
उसके निर्णय पर सवाल ही नह...