पथरीले कंटीले रास्ते - 3 Sneh Goswami द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Pathreele Kanteele Raste by Sneh Goswami in Hindi Novels
दोपहर के तीन बज रहे थे। सूर्य का तेज मध्यम हो चला था। पर सड़कों पर अभी लोगों का आना जाना न के बराबर है। कोई कोई व्यक्ति किसी मजबूरी के चलते ही बाहर नि...