कैदी - 8 Singh Pams द्वारा Anything में हिंदी पीडीएफ

Kaidi by Singh Pams in Hindi Novels
जेल के रोशनदान से आती सुबह की पहली किरण की छुयन मूक
हो जाया करती थी वो अपनी जिन यादों को दवा कर रखा था वे यादे इस समय जिवंत हो जाया करती थी
पहली बार...