दिल ना जानेया - (प्रोमो) दुःखी आत्मा जलीभूनी द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Dil na Janeya by दुःखी आत्मा जलीभूनी in Hindi Novels
दिल्ली की सड़कों पर नील अवस्थी गुस्से में गाड़ी चलाए जा रहा था। उसके कानों में चारु की कही बातें गूंज रही थी "नामर्द हो तुम! तुम जैसे इंसान के साथ...