मानव धर्म - 2 Disha Jain द्वारा Anything में हिंदी पीडीएफ

Manav Dharm by Disha Jain in Hindi Novels
जून 1958 की एक संध्या का करीब छः बजे का समय, भीड़ से भरा सूरत शहर का रेल्वे स्टेशन, प्लेटफार्म नं. 3 की बेंच पर बैठे श्री अंबालाल मूलजीभाई पटेल रूपी दे...