जोग लिखी - 5 Sunita Bishnolia द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Jog likhi by Sunita Bishnolia in Hindi Novels
जोग लिखी
‘‘बाऊजी आप फिर हुक्का गुड़गुड़ाने लगे कित्ती बार कहा कि जे तोहार सेहत के लिए ठीक ना है। ’’
‘अरी लाली, तू क्यों मेरे पीछे पड़ी है, अब जे लत आज...