जिद है तुझे पाने की - भाग 4 Puja Kumari द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Zidd hai tuje pane ki by Puja Kumari in Hindi Novels
सुबह के दस बज रहे थे. मैं अपने कमरे में बैठी उदास नजरों से खिड़की के बाहर देख रही थी. अचानक डोर ओपन होने की आवाज सुनकर मेरा ध्यान उस तरफ चला गया. डोर ओ...