तलाश - 8 डा.कुसुम जोशी द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Talash by डा.कुसुम जोशी in Hindi Novels
कविता भारी कदमों से वो बस की और बढ़ी, उसे लगा शमित उसे शायद रोक लेगें.., इसलिये स्टेशन तक छोड़ने आये हों..,कुछ तो कहेगें ..,
बस में चढ़ते कविता न...