तेरी चाहत मैं - 47 Devika Singh द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Teri Chahat Main by Devika  Singh in Hindi Novels
“अपने आप को समझते क्या हो तुम. कितनी देर से हुमारे पीछे पीछे चले आ रहे हो. ज़यादा दिमाग़ खराब हो तो बताओ ? बुलाती हूँ अभी प्रिन्सिपल को.” बड़े ही गुस्...