अग्निजा - 84 Praful Shah द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Agnija by Praful Shah in Hindi Novels
हम अभी भी ऐसे समाजमें रहते हैं जहां किसी अंजान रोगने इंसान को घेर लिया है | तो उसके निदान या इलाज के बारे में सोचना तो दूर की बात, वह मरीज़ को नफरत की...