सेहरा में मैं और तू - 4 Prabodh Kumar Govil द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Sehra me mai aur tu by Prabodh Kumar Govil in Hindi Novels
ओह! शुरू शुरू में ये अविश्वसनीय सा लगा था।

बिल्कुल असंभव! नहीं, ऐसा हो ही कैसे सकता है? इसकी कल्पना करना भी कल्पनातीत है।

आख़िर नियम कायदे भी तो...