कोट - २८ महेश रौतेला द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Kota by महेश रौतेला in Hindi Novels
अच्छी-खासी ठंड है। मैं पैतालीस साल बाद उस मकान में हूँ जहाँ अपने विद्यार्थी जीवन में रहता था। अलमारी खोलता हूँ तो उसमें टका मेरा कोट पड़ा है। कुछ बेतरत...