मेल - अंतिम भाग Jitin Tyagi द्वारा Short Stories में हिंदी पीडीएफ

Mail by Jitin Tyagi in Hindi Novels
आज एक बार फिर उसका मेल आया है। मरहम का रूप धरकर, पर जिस घाव के लिए आया है।, कृति उस घाव के दर्द से कब का निजात पा चुकी है।… पिछले तीन महीनों में ये उस...