मेरे घर आना ज़िंदगी - 5 Ashish Kumar Trivedi द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Mere Ghar aana Jindagi by Ashish Kumar Trivedi in Hindi Novels
ऑफिस से लौटते हुए नंदिता ने एक जगह अपनी स्कूटी खड़ी की। सामने चार सीढ़ियां थीं। उन्हें चढ़कर वह मेडिकल शॉप के काउंटर पर पहुँची। पहले से मौजूद एक ग्राह...