अभिव्यक्ति.. - 4 ADRIL द्वारा Poems में हिंदी पीडीएफ

EXPRESSION by ADRIL in Hindi Novels
इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़त दे दोमिले जो दर्द या मिले सुकून - कुबूल है हमेंकभी रिहा ना हो पाए वै...