राब्ता - अंतिम भाग जॉन हेम्ब्रम द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Rabta by जॉन हेम्ब्रम in Hindi Novels
"तो क्या हमें मिलना चाहिए?"
"क्यों नहीं जरूर।"
"कल सुबह 10 बजे उसी रेस्टोरेंट पर।"
"तय रहा।"
अगले दिन राजेश सुबह ज...