एक था ठुनठुनिया - 22 Prakash Manu द्वारा Children Stories में हिंदी पीडीएफ

Ek tha Thunthuniya by Prakash Manu in Hindi Novels
एक था ठुनठुनिया। बड़ा ही नटखट, बड़ा ही हँसोड़। हर वक्त हँसता-खिलखिलाता रहता। इस कारण माँ का तो वह लाड़ला था ही, गाँव गुलजारपुर में भी सभी उसे प्यार कर...