भूली बिसरी खट्टी मीठी यादे - 5 Kishanlal Sharma द्वारा Biography में हिंदी पीडीएफ

Bhuli Bisri Khatti Mithi Yaadey by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"क्या देख रही हो?"
उन दिनों मैं साल 1966 की बात कर रहा हूँ।तब कालेज आज की तरह जगह जगह नही हुआ करते थे।मेरे पिता रेलवे में थे और उनके ट्रांसफर...