मूलपूंजी - भाग तीन Shwet Kumar Sinha द्वारा Travel stories में हिंदी पीडीएफ

Mulpunji by Shwet Kumar Sinha in Hindi Novels
दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने पड...