फंस गया गुलशान - 3 BRIJESH PREM GOPINATH द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

PHANS GAYA GULSHAN by BRIJESH PREM GOPINATH in Hindi Novels
श्री गणेश आय नम:
वो भागा जा रहा था...हाथ में एक छोटा सा बैग लिए...बार बार मुड़ कर देख लेता...कोई उसका पीछा तो नहीं कर रहा...बाज़ार से निकलते हुए जैसे...