मैं तो ओढ चुनरिया - 37 Sneh Goswami द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

MAIN TO ODH CHUNRIYA by Sneh Goswami in Hindi Novels
कोई भूखा मंदिर इस उम्मीद में जाय कि उसे एक दो लड्डू या बूंदी मिल जाय तो रात आराम से निकल जाएगी और वहाँ से मिले मक्खन मलाई का दोना तो जो हालत उस भूख के...