क्षितिज (काव्य संकलन) - 5 - अंतिम भाग Rajesh Maheshwari द्वारा Poems में हिंदी पीडीएफ

Kshitij by Rajesh Maheshwari in Hindi Novels
माँ का स्नेह

देता था स्वर्ग की अनुभूति।

उसका आशीष

भरता था जीवन में स्फूर्ति।



एक दिन

उसकी सांसों में हो रहा था सूर्यास्त

हम थे स...