बरसो रे मेघा-मेघा - 3 - अंतिम भाग sangeeta sethi द्वारा Short Stories में हिंदी पीडीएफ

Barso re megha-megha by sangeeta sethi in Hindi Novels
मरुस्थल की तपती सुनहरी रेत पर जब आकाश में घिर आये स्लेटी बादल अपने आगोश में लेने की कोशिश करती तो रेत के गुब्बार भी शांत होकर धरती पर बिछ जाते, वातावर...