विश्वासघात--(सीजन-२)--(अन्तिम भाग) Saroj Verma द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Vishwasghat - Season - 2 by Saroj Verma in Hindi Novels
मनोरमा.... मनोरमा! कहां हो भाई! धर्मवीर ने अपनी पत्नी को पुकारते हुए कहा।।
अभी आती हूं जी! जरा सी सांस तो ले लिया करो,बस पुकारते ही जा रहे हो और तुम...