विशाल छाया - 3 Ibne Safi द्वारा Detective stories में हिंदी पीडीएफ

Vishal Chhaya by Ibne Safi in Hindi Novels
रमेश ने कमरा सर पर उठा रखा था । उसकी आँखे लाल थी मुंह से कफ निकल रहा था । बाल माथे पर बिखरे हुए थे । कमीज़ आगे पीछे से फट कर झूल रही थी और वह पागलो के...