कभी सोचा न था- भाग-२ महेश रौतेला द्वारा Poems में हिंदी पीडीएफ

Kabhi socha n tha by महेश रौतेला in Hindi Novels
कभी सोचा न था१.अकेला हूँअकेला हूँशव में,श्मशान मेंशिव मेंतीर्थ में,तीर्थाटन मेंतथागत की भाँति,आँधी में,अँधियारे मेंधूप में,धूल मेंराह में,राह से आगे।अ...