प्यार की निशानी - भाग-4 Saroj Prajapati द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Pyar ki Nishani by Saroj Prajapati in Hindi Novels
मंगला जैसे ही सुबह स्कूल पहुंची उसे स्टाफ रूम में एक महिला बैठी हुई दिखाई दी। ध्यान से देखने पर वह उसे पहचानते हुए बोली “तुम तो मंजू हो ना!”
उसने भी...