ओ वसंत - 2 महेश रौतेला द्वारा Poems में हिंदी पीडीएफ

O Vasant by महेश रौतेला in Hindi Novels
ओ वसन्त भाग-११.ओ वसन्त ओ वसन्तमैं फूल बन जाऊँसुगन्ध के लिए,ओ आसमानमैं नक्षत्र बन जाऊँटिमटिमाने के लिए।ओ शिशिरमैं बर्फ बन जाऊँदिन-रात चमकने के लिए,ओ सम...