ये कैसा संयोग - भाग - 2 श्वेता कर्ण द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Ye kaisa sanyog by श्वेता कर्ण in Hindi Novels
आज फिर वसुधा जी अपनी छोटी बेटी का सिर अपनी गोद में रखकर, किसी सोच में गुम हो गई, "ईश्वर मेरी कितनी परीक्षाएँ लेंगे?
मुझसे ऐसा क्या गुनाह हुआ है ज...