हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ - (भाग बारह) Ranjana Jaiswal द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Han, Main bhagi hui stri hun by Ranjana Jaiswal in Hindi Novels
भारतीय समाज में मान्यता है कि स्त्री की डोली पिता के घर से उठती है तो फिर पति के घर से उसकी अर्थी ही निकलनी चाहिए।ससुराल में चाहें जैसी भी असहय स्थिति...