चुनिंदा लघुकथाएँ - भाग 2 - 3 Lajpat Rai Garg द्वारा Short Stories में हिंदी पीडीएफ

Chuninda Laghukathae - 2 by Lajpat Rai Garg in Hindi Novels
रात के बारह बजने वाले थे। करीबी रिश्तेदारों तथा वर-वधू परिवारों के लोगों को छोड़कर विवाह समारोह में आमंत्रित लगभग सभी लोग खा-पीकर तथा बधाई-शुभकामनाएँ...