पागल - 5 - अंतिम भाग Brijmohan sharma द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Pagal by Brijmohan sharma in Hindi Novels
वह l लगातार स्वयं से बातें करते हुए अपने तीन मंजिले मकान में बड़ी फुर्ती से ऊपर नीचे चढ़ता उतरता रहता I

वह अपने रास्ते में आने वाली हर सजीव व निर्जीव...