दूसरी औरत.. - 4 निशा शर्मा द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Dusari Aurat by निशा शर्मा in Hindi Novels
जून की चिलचिलाती गर्मी में पैसिफिक मॉल के बाहर खड़ी सुमेधा मन ही मन सोच रही थी कि काश उसने ड्राइव करना सीख लिया होता तो आज उसे भरी दोपहरी में बाहर खड...