प्रतिशोध - 4 Ashish Dalal द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Pratishodh by Ashish Dalal in Hindi Novels
ढ़लती दोपहर को अपने कमरे की खिड़की के पास बैठे हुए श्रेया बाहर बरसती बारिश की बूंदो को अपलक निहार रही थी । पास रखे उसके मोबाइल पर जगजीत और चित्रा सिंह क...