एक दूजे के लिए (अंतिम भाग) Kishanlal Sharma द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Ek Duje ke liy by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"कुंवारे मर्द को मैं मकान किराये पर नही देती।"इतना कहकर उस बुढ़िया ने दरवाजा बंद कर लिया था।उमेश की मुम्बई मे एक कंपनी में नौकरी लगी थी।दस दिन प...