दिलरस - 1 Priyamvad द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Dilrash by Priyamvad in Hindi Novels
पतझर आ गया था।

उस पेड़ पर एक भी पत्ता नहीं बचा था। बाजरे की कलगी के एक-एक दाने को जैसे तोता निकाल लेता है, उसी तरह पतझर ने हर पत्ते को अलग कर दिया...