स्पर्श - अनोखे रूप हे ( भाग 17 ) Siddharth द्वारा Love Stories मराठी में पीडीएफ

Sparsh - Anokhe roop hai by Siddharth in Marathi Novels
कुछ मेहसुस हुवा है यु मुझको तेरी रुहँ से जुडकर जिंदगी हो तो तेरे साथ हो वरणा छोड दु ये जहाँ तुमको नजरो मे भरकर ... गोवा ..अथांग साग...