BOYS school WASHROOM - 4 Akash Saxena "Ansh" द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

BOYS school WASHROOM by Akash Saxena "Ansh" in Hindi Novels
ठक ठक ठक...ठक ठक ठक... दरवाज़े पर ज़ोर से आहट होती है,विहान!विहान...स्कूल बस आती ही होगी 7 बज चुके हैं क्या कर रहे हो,आज फिर देर करोगे क्या?विहान की माँ...