वो भूली दास्तां भाग-१७ Saroj Prajapati द्वारा Women Focused में हिंदी पीडीएफ

wo bhuli daasta by Saroj Prajapati in Hindi Novels
अरे, बिट्टू कब तक सोती रहेगी। 5:00 बज गए हैं शाम के। रश्मि के घर से कई बार तेरे लिए बुलावा आ चुका है। जाना नहीं है उसके मेहंदी पर!" यह सुनते ही बि...