गोधूलि - 2 Priyamvad द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Godhuli by Priyamvad in Hindi Novels
उस साल ऋतुएं थोड़ा पहले आ गयीं थीं। इतना पहले कि वसंत अभी कोहरे में ही था। इसकी सफेदी और ठंडी नमी ने पेड़ों के पीले पत्तों को गिरने से रोक रखा था। बुलबु...