एक लेखक की ‘एनेटमी‘ - 2 Priyamvad द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Ek lekhak ki enetamin by Priyamvad in Hindi Novels
यह काल की असीम निरन्तरता से दुत्कारे और तोड़ कर फेंके गए समय का एक निरर्थक टुकड़ा था।

समय के कुछ टुकड़े अक्सर निरर्थक होते हैं। यह इस लिए निरर्थक था क...